RUH-E-ZINDAGI
कुछ लमहे, कुछ किस्से, कुछ अलफाज़, वक्त की हर ताल और हर साज़ को महसूस कर लिखी कुछ कविताएं
No posts.
Show all posts
No posts.
Show all posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
तू क्या है?
हर बात से पहले सोच कि तू क्या है, हर ख्वाब से पहले सोच कि तू क्या है, अहल-ए-जहां में कई दावेदार आए गए, हर गुजारिश से पहले सोच कि तू क्या ह...
तलाश
हर लहर को तलाश है किनारे की, हर नदी तलाश रही है अपना समंदर, हर दीवाने को तलाश है एक दिल की, तलाश में जो बेचैनी है न, उसको भी तलाश है, तल...
गुरुओं का बोल बाला
चेहरों पर चेहरे हैं, शायद इसलिए ये लोग बड़े ही गहरे हैं, परतों में जीते हैं, जुमलों में कहते हैं, क्या कह जाते हैं, शायद खुद भी नहीं समझ प...